SOCIAL NETWORKING: KAL OR AAJ
SOCIAL NETWORKING: KAL OR AAJ

SOCIAL NETWORKING: KAL OR AAJ

  • Mon Jul 11, 2016
  • Price : 75.00
  • Rigi Publication
  • Language - Hindi
This is an e-magazine. Download App & Read offline on any device.

Preview

मैं राकेश कुमार, पिता श्री बृजनंदन सिंह, माता श्रीमती सुमित्रा देवी, बिहार के सिवान  जिले का रहने वाला हूं। मैने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर से पत्रकारिता एवं   जनसंचार में एमफिल किया है और वर्तमान में असम केंद्रीय विश्वविद्यालय से पीएचडी   कर रहा हूं। साथ ही मैं वेबदुनिया, इंदौर में सहायक सह-संपादक के रूप में तथा वचुर्अल   वॉयज कॉलेज में अतिथि व्याख्याता के रूप में कार्यरत हूं। इससे पूर्व मैंने इलेक्ट्रॉनिक,   वेब और प्रिंट मीडिया के विभिन्न संस्थानों में कार्य किया है। मेरे अभी तक 10 लेख, 4   शोध-पत्र प्रकाशित हो चुके हैं साथ ही मैंने आठ राष्ट्रीय सेमिनार में भाग लेकर वहां शोध   पत्रों का वाचन किया है।  मैंने ‘सोशल नेटवर्किंग: कल और आज’ विषय पर पुस्तक आज की प्रासंगिकता को ध्यान   में रखकर लिखा है। इस पुस्तक में आपको सोशल नेटवर्किंग के इतिहास, वर्तमान,   प्रकार, वेबसाइट्स और पोर्टल में अंतर, विश्व और भारत की प्रमुख सोशल साइट्स, इससे   संबंधित कानून, लाभ और हानि जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों के बारे में विस्तार से पढ़ने को मिलेगा। इसके साथ ही आज के समय में सोशल नेटवर्किंग का भारत में तथा   भारतीय समाज में महत्व के बारे मे जानकारी प्राप्त होगी।