क्या कभी ऐसा लगा है कि ये फूल, ये आसमान, ये नज़ारे, सब और ज़्यादा रंगीन हो गये हैं ?? या कभी ऐसा लगा हो कि उसको देखे बिना दिन पूरा नहीं होता ?? कभी ना कभी तो आपकी नज़रें किसी प्यारे से मुखड़े पे अटकी ही होंगी और आपके दिल ने धीरे से कहा होगा "यही तो है वो !!" | ये भी हो सकता है की रात की नींदें उड़ गयी हों और आपके मन में बस उस ही का ख़याल हो | या फिर आप अपनी मोहब्बत की किसी पुरानी मीठी याद को लेकर मन उदास किए बैठे हैं? अगर इन में से एक भी सवाल पे आपके मन में किसी का स्मरण हुआ है, तो मेरे दोस्त आप भी शिकार हो गए हैं – इश्क़ के शिकार !! इश्क़, मोहब्बत, प्यार - एहसास भरे हुए वो शब्द हैं जो की हर युवा दिल कभी ना कभी ज़रूर गुनगुनाता है | इन्हीं एहसासों को शब्दों में बयान करने की एक प्यारी सी कोशिश है 'लफ्ज़.. दिल से' |