संवेदनशील मानवीय दिल के भीतर उमड़ रहे अनेक प्रसंगों एवं एहसासों को शब्दों में ढ़ालते हुए उन्हें बहुत कम लफ़्ज़ों में लिखना और पढ़ना ही आपको शायरदिल से रूबरू कराता है। शायरी व दिल, ज़िन्दगी व मानवता एक दूजे से सदैव जुड़े रहते हैं, इस जुड़ाव को संजोए रखा है दिल के भीतर प्रेम, श्रृंगार, प्रकृति, अपनत्व, ममता, मानवीय संवेदना, संरक्षण, त्याग, रिश्तों के एहसासों ने। इन्हीं एहसासों को शब्दों में अभिव्यक्त करते हुए शायरदिल आपकी मौजूदगी व अभिव्यक्ति का सम्मान और आपका ह्रदय से आभार व्यक्त करता है। -- उरई, उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले युवा हिन्दी कवि विनय गांगिल इस समय बैंगलूर में एक कम्पनी में बतौर इंजीनियर एवं टूल डिज़ाईनर कार्यरत हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग से स्नातक (B.Tech.) तथा टूल डिज़ाईन एवं कैड(Tool Design & CAD) से परास्नातक हैं। विनय जी पिछले 6-7 वर्षों से अपने दैनिक कार्यों के साथ-साथ लेखन भी करते आ रहे हैं।