समय के साथ बदलते अंदाज़ और समाज व जीवन के प्रति बदलते नज़रिये के कारण "लफ़्ज़" एक बहुआयामी संकलन है। इसमें एक आम जीवन में उठती हर तरह की भावनाओं का उल्लेख कविता के रूप में किया गया है। "लफ़्ज़" में किशोरावस्था की बेपरवाही भी है और जीवन के मध्य पड़ाव पर पहुँच कर उभरती भावनाओं का ज़िक्र भी। इसमें वीर-रस है, तो श्रृंगार-रास भी है, दर्शन है तो क्रंदन भी, समकालीन विषयों पर चर्चा है तो काल्पनिक दुनिया का भ्रमण भी। --- पेशे से खाद्य वैज्ञानिक (Food Scientist), संजीव कुमार शर्मा मूल रूप से भागलपुर, बिहार से ताल्लुक रखते हैं। इनका बचपन झारखण्ड के दुमका में गुज़रा है। इन्होंने खाद्य विज्ञान में स्नातक की शिक्षा (B.Tech) महाराष्ट्र के परभणी से एवं स्नातकोत्तर की शिक्षा (M.Sc) कर्णाटक के मैसूरु से हासिल की है। पेशे से संजीव जी एक खाद्य वैज्ञानिक हैं और विगत एक दशक से मुंबई शहर में, एक बहुराष्ट्रीय चॉकलेट कम्पनी में कार्यरत हैं। खाद्य विज्ञान के क्षेत्र में इनके द्वारा कई महत्वपूर्ण पुस्तकें भी लिखी गईं हैं। विज्ञान के साथ-साथ कविता एवं ग़ज़ल लेखन में संजीव जी की अभिरूचि हमेशा से रही है।