विश्वविख्यात संतश्री छोटे मुरारी बापू के प्रवचन एवं पंजाब के स्वास्थ्य विभाग (आयु.) में जिलाधिकारी पद से सेवानिवृत्त, वरिष्ठ हिन्दी लेखक डॉ. जवाहर धीर के संपादन से सजी पुस्तक "कोरोना से करुणानिधि की ओर" इस कोरोनावायरस जैसी भयानक बीमारी के समय आपको आध्यात्म के साथ आत्मबल प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी। -- पंजाब के स्वास्थ्य विभाग (आयु.) में जिलाधिकारी पद से सेवानिवृत्त, वरिष्ठ हिन्दी लेखक डॉ. जवाहर धीर का जन्म 10 जून 1950 को फगवाड़ा, पंजाब में हुआ था। इन्हें पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा अग्रणी सामाजिक सेवाओं के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है। पंजाब सरकार के भाषा विभाग द्वारा पुस्तक 'मेरी विदेश यात्रा : ऑस्ट्रेलिया' को बेहतरीन यात्रावृतांत के तौर पर प्रतिष्ठित 'ज्ञानी ज्ञान सिंह' पुरस्कार दिया गया था। राज्य स्तरीय प्रथम 'भाई कन्हैया जी पुरस्कार' केवल विग अवॉर्ड, साहित्य शिरोमणि पुरस्कार एवं प्रतिष्ठित 'रमेश चन्द्र पत्रकारिता पुरस्कार' सहित अनेक राष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। दूरदर्शन केन्द्र जालंधर द्वारा लेखक के व्यक्तित्व एवं लेखन पर वृत्तचित्र के निर्माण सहित एक साथ 72 देशों में इसका प्रसारण भी किया जा चुका है। इनकी लिखी प्रमुख पुस्तकों में 'भारत के तीर्थ' (बृहद शोध ग्रन्थ), जीवन दियां यादां (पंजाबी), अन्धे लोगों का शहर (काव्य संग्रह), देवभूमि जम्मू-कश्मीर, बैंक पर डाका, एक टुकड़ा आदमी (उपन्यास) सहित दर्जनों हैं।