विल पावर मजबूत हो, तो उसके बल पर कुछ भी किया जा सकता है, यह हम सभी जानते हैं। चिकित्सक कहते हैं कि सुदृढ़ इच्छाशक्ति वाले लोग बीमारी से जल्दी उबरते हैं, मनोवैज्ञानिक कहते है कि स्ट्रौंग विल पावर के बल पर कोई व्यक्ति नशे की पुरानी से पुरानी आदत को छोड़ सकता है, लाइफ कोच कहते हैं कि इच्छा शक्ति प्रबल हो तो व्यक्ति कठिन परिस्थितियों में भी खुद को संयत रखकर आगे बढ़ सकता है, करियर काउंसलर कहते हैं कि मजबूत इच्छा शक्ति वाले विद्यार्थी अपनी मंजिल हासिल करके मानते हैं और समाजशास्त्री कहते हैं कि समाज में सम्मानजनक स्थान हासिल करने और भीड़ से अलग अपनी पहचान स्थापित करने का माद्दा सिर्फ मजबूत इच्छाशक्ति वाले लोगों में ही होता है। यह तो माना कि लाख मर्जों और मुश्किलों की एक दवा है- विल पावर। लेकिन लाख टके का सवाल यह है कि कोई अपनी विल पावर को स्ट्रौंग करंे कैसे? इच्छाशक्ति को प्रबल या सुदृढ़ कैसे किया जाए? कोलकाता मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के मनोवैज्ञानिक डॉ. अमरनाथ मल्लिक बताते हैं कि हमारी विल पावर मांसपेशी की तरह होती है। अत्यधिक इस्तेमाल के कारण इसमें भी ‘थकान’ या सुस्ती के लक्षण उभरते हैं, लेकिन ट्रेनिंग के जरिए इसे मजबूत किया जा सकता है।