* इस संग्रह में संकलित सभी कहानियां किसी न किसी रूप में संवेदना और सहअस्तित्व से जुड़ी हैं क्योंकि इनका कोई निश्चित दायरा या रिश्ता नहीं बल्कि सभी मानवीय रिश्तों में संवेदना और सद्भावना की जरूरत है। संगृहित कहानियों के कथानक भले ही एक दूसरे से भिन्न हैं पर सभी कहानियों के मूल में एक ही संदेश अंतर्निहित है संवेदनशील व्यक्तित्व एवं समाज का निर्माण। वरिष्ठ लेखिका एवं बाल साहित्य विशेषज्ञा डॉ. इरा सक्सैना ने हमेशा ही अपने साहित्य के माध्यम से समाज को जोड़ने का प्रयास किया है। इस संकलन में भी उन्होंने वर्तमान समय में व्याप्त आतंकवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा, देशभक्ति, बिखरते रिश्तों एवं कर्त्तव्य परायणता जैसे ज्वलंत मुद्दों को सुन्दर तरीके से कहानियों के रूप में पिरोया है।