Do Bund Ka Sagar
Do Bund Ka Sagar

Do Bund Ka Sagar

  • Fri Nov 25, 2016
  • Price : 110.00
  • Powerpublishers
  • Language - Hindi
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दर्द की भी ना जाने कितनी अलग अलग परिभाषाये है। कोई कहता है की दर्द गहरा होता है, कोई कहता है दर्द दुखदाई होता है, और कोई कहता दर्द मीठा भी होता है। मुझे दर्द की परिभाषा का तोह पता नहीं पर हाँ दर्द का सहारा लेकर प्रेम से एहसासों की जिन गलियों से दिल गुज़रा है उन रास्तों के ठिकानो ने ही इस पुस्तक का रूप ले लिए। इस में दर्द है या प्रेम है, यह हर एकके नज़रिये पर निर्भर करता है।