किसी भी सफलता के लिये योजना जरूरी है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। सारी उपलब्धि का आधार बेहतर योजना ही है। कोई भी बड़ी सोच कभी भी, कही पर आप के मन में आ सकती है। अगर आप अपनी उस सोच को साकार करना चाहते हैं तो आप धैर्य रखते हुये उसे पाने के लिये एक योजना बना सकते हैं, एवं ईमानदारी से अपने लक्ष्य को पा सकते हैं। इसे पाने में आपकी उम्र, पैसा भ्रष्टाचार और दूसरे लोगों का नजरिया तथा ईर्ष्या कभी भी बाधा नहीं बन सकती। धीरे-धीरे उपर्युक्त सारी चीजें आपके अनुकूल हो जायेगी।
इस किताब से मैंने शुरू में आपको उत्साहित करने का प्रयास किया है, दूसरे चरण में मैंने विभिन्न प्राकृतिक एवं अप्राकृतिक उदाहरण को देकर उनकी अच्छाइयों एवं बुराइयों को बताते हुए आपको आपके इच्छानुसार प्रेरणा लेने की बात कही है, तीसरे चरण में मैंने उन गरीब व्यक्तियों का शोषण किस तरह से होता है यह बताने का प्रयास किया है, चौथे चरण में मैंने उनकी तकलीफों एवं आँसुओं का वर्णन किया है, पाँचवें चरण में मैंने यह बताया है कि हम उनकी मदद अपने थोड़ी सी सोच से कैसे कर सकते हैं। मैं कोई विश्वविद्यालय का प्रोफेसर नहीं हूँ जो बहुत अच्छी तरह से किताब लिख सकूँ। मैं एक गणित वर्ग का छात्र हूँ और अपने उद्देश्य को पाने के लिये आपकी सहभागिता चाहता हूँ, जिस वजह से मैंने यह अपनी पहली किताब लिखी। मैं उन लोगों को धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने परोक्ष तथा अपरोक्ष रूप से मेरी मदद की, इस किताब को आप तक पहुँचाने में। और उन पाठकों को भी पहले से धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने हमारी इस किताब को पढ़ने एवं कुछ नई सोच को साकार करने का मन बनाया है।