तरुण इन्जीनियर की यह पुस्तक उन लोगों के लिए है, जो तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं। यह बात मैं इसलिए कह सकता हूं, क्योंकि प्रबंधक का काम होता है उपलब्ध साधनों का सर्वोत्तम उपयोग करके बेहतर परिणाम देना और कमजोर कड़ी को मजबूत करते रहना। कुछ ऐसा ही इस पुस्तक में बताया गया है, ताकि आप अपनी क्षमता और प्रतिभा का अधिक से अधिक उपयोग कर सकें। क्योंकि विश्व के जाने-माने उद्योगपति बिल गेट्स और धीरूभाई अम्बानी भी इस सीक्रेट को जानने के बाद ही सफल प्रबंधक बने हैं। लेकिन आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि सफल प्रबंधक बनने के लिए सबसे ज्यादा महत्व विचार और व्यवहार का होता है। इसमें पढ़ाई बिल्कुल काम नहीं आती, सिर्फ सकारात्मक सोच काम आती है। फिर आश्चर्य जनक परिणाम मिलने लगते हैं। इसलिए मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि यह पुस्तक आपको सफल प्रबंधक बनाने में पूर्ण रूप से सक्षम है। क्योंकि तरुण इन्जीनियर विश्व के उन जाने-माने लेखकों में से एक हैं, जिन्हें सरकारी तथा कॉरपोरेट सैक्टर की कम्पनियां नेतृत्व वक्ता, प्राशिक्षक कोच, बिजनेस विचारक और परामर्शदाता के रूप में अपने यहां आमंत्रित करती हैं और भारत के पहले लेखक हैं, जिन्हें देश के प्रिंट मीडिया ने 2008 में ‘बिजनेस गुरु’ की उपाधि से नवाजा था। आजकल तरुण इन्जीनियर अपना बिजनेस चलाने के साथ-साथ मोटिवेशनल ट्रेनर के रूप में देश की सरकारी और गैर सरकारी कम्पनियों को बिजनेस बढ़ाने और नेतृत्व करने के गुर सिखा रहे हैं, जिनमें ‘टाटा ग्रुप’, ‘आई.जी.आई.एयरपोर्ट’, ‘भारत इलैक्टानिक्स लिमिटेड’, ‘मारुति उद्योग’, ‘कैलट्रॅान’, ‘सिमेंस’, ‘लेफार्ज इडिया’, ‘होंडासिल कार’ और ‘हिन्दुस्तान एरोनेटिक्स’ के नाम प्रमुख हैं।