एक अभिनेत्री बनने का सपना लेकर सोने की नगरी मुंबई आती है। वह स्वयं को शोरगुल, महंगी कारों, डिजाइनर कपड़ों, गगनचुम्बी इमारतों, पांच सितारा होटलों की नजाकत और अमीरों की पार्टियों में पाती है। अंधकारपूर्ण, गुप्त और मुश्किल स्टारडम की डगर बुराइयों तथा जोखिम से भरी थी। उसे यह अहसास हुआ कि ऐसा करियर जिसके लिए लाखों लड़कियां मरती हैं, उसे मार सकता है। यदि वह इसमें सफल होती है, तब उसे यह फैसला करना पड़ेगा कि क्या उसका अपनी आत्मा से समझौता करना सही था। सीमा सेठ की स्कूली शिक्षा उड़ीसा से और उच्च शिक्षा मुंबई से पूरी हुई। एम.बी.ए. करने के दौरान उन्होंने माडलिंग भी की, जहां से मिले अनुभवों को उन्होंने किताब के रूप में ढालने का विचार किया। उसी का परिणाम है यह पुस्तक।