सफलता किसी अकेले की विरासत नहीं होती और न ही हमें यह किसी से प्राप्त होती है। मैंने अपने अनुभव और कार्यक्षमता को ध्यान में रखकर इस किताब को लोगों तक लाने का साहस किया। सफलता पाने के लिए यह भी महत्त्वपूर्ण है कि आप केवल योजना ही बना कर न बैठें बल्कि उस योजना को मूर्त रूप देने की कोशिश करें।
मेरा उद्देश्य व्यक्तियों को प्रेरित करना है जिससे वे अपने नियमित कार्य को करते हुए सफलता के रास्ते को न छोड़े । वर्तमान जीवन की बहुत बड़ी विडम्बना यह है कि व्यक्ति अपने जीवन की भौतिक आवश्यकताओं को पूरा करने में इस कदर व्यस्त हो जाता है कि वह आधारभूत जरूरतों को जुटाने में सफलता के शब्द को ही भूल जाता है और वह सोच बैठता है कि यही उसकी सफलता थी।
इस किताब के माध्यम से यह बताने की कोशिश की है कि आप अपने नियमित जॉब अथवा व्यवसाय को करते हुए कैसे सफलता हासिल कर सकते हैं। मैंने लोगों तक यह भी संदेश पहुँचाने की कोशिश की है कि सफलता की राह में सैकड़ों बाधायें और चुनौतियाँ तो आती हैं, पर उसे एक-एक करके पार किया जा सकता है। व्यक्ति थोड़ी सी ही बाधा और कष्ट से टूटकर खत्म हो जाता है और सफलता को अपने से दूर कर देता है। आशा करती हूँ कि इस किताब के माध्यम से मैं उन लोगों को, जिनके जीवन में किसी प्रकार के प्रेरक या गॉड फादर नहीं है, सफल होने का मूल मंत्र दे सकूँ।