चाणक्य का नाम आज कौन नहीं जानता! जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था, राजनैतिक व्यवस्था, शैक्षिक व्यवस्था, और सामाजिक व्यवस्था को सुनियोजित बनाए रखने की एक उत्कृष्ट बौद्धिक परंपरा को जन्म दिया। जिसने अपने कूटनीतियों से शत्रुओं का दमन किया। जिसने अपनी प्रतिभा से संस्कृत-साहित्य को अत्यंत महत्त्वपूर्ण बनाया। जिसने अपनी संपूर्ण जीवन-शैली को दूसरों के शिक्षार्थ प्रस्तुत रखा। स्वयं सम्राट न बनकर चंद्रगुप्त को सम्राट बनाया। जिसने चरित्र, स्वाभिमान और कर्तव्यनिष्ठा को प्रमुखता दी, उसी पुरुषशिरोमणि का नाम ‘चाणक्य’ है।
चाणक्य-साहित्य के प्रति बढ़ती लोकप्रियता को देखकर पाठकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह ‘संयुक्त संस्करण’ प्रकाशित किया गया है। आशा है कि आचार्य चाणक्य की जीवनी, नीति, सूत्र और अर्थशास्त्र को एक जगह संग्रहित देखकर पाठकबंधुओं को बड़ी खुशी होगी। हमारा यही उद्देश्य है कि महापंडित चाणक्य का अनमोल ज्ञान भंडार सर्वसुलभ हो, जिसे पढ़कर सभी अपने जीवन को सुनियोजित कर सकें।