आज भारतीय समाज में महिलाओं का स्वरूप दिनोंदिन बदलता जा रहा है। वे पहले की तरह घरेलू महिला या सफल गृहिणी तक सीमित नहीं हैं। उनमें समाज के लिए कुछ करने के प्रति जोश, जुनून एवं आत्मबल का संचार हुआ है तभी तो वो संसद से लेकर अंतरिक्ष तक पहुंचने में कामयाब हो रही हैं। महिलाओं के इस बदलते स्वरूप का एक जीता-जागता उदाहरण हैं- किरण बेदी। किरण बेदी भारत की पहली महिला पुलिस अधिकारी (आई.पी.एस.) हैं। उन्होंने अपने काम के प्रति जुझारूपन, ईमानदारी तथा कर्तव्यनिष्ठता द्वारा भारत ही नहीं विदेशों में भी एक नया आयाम स्थापित किया है। वह आज की युवा पीढ़ी के लिए रोल-माॅडल बनी हुई हैं। पुलिस सेवा से सेवानिवृत्ति होने के बाद भी वे सामाजिक संस्थाओं से जुड़ी हैं और समाज के लिए काफी कुछ सकारात्मक कार्य कर रही हैं। उनकी गिनती अन्ना हजारे टीम के महत्त्वपूर्ण सदस्यों में होती है। वह प्रत्येक सामाजिक आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लेती हैं। उम्र के इस पड़ाव पर भी वे एक सच्चे ‘कर्मयोगी’ की तरह अपने पथ पर अग्रसर हैं। प्रस्तुत पुस्तक में डॉ. किरण बेदी की प्रमुख उपलब्धियों को शामिल किया गया है। यह पुस्तक आपके जीवन को नयी ऊर्जा और प्रेरणा देगा।