आज के कंप्यूटर युग में पोस्ट ग्रेजुएट और एमबीए जैसी बड़ी-बड़ी डिग्रिया हासिल करने के बाद भी अक्सर सफलता नहीं मिलती। असल में समय की मांग है कि डिग्री के साथ-साथ आप बुद्धिमान, कौशलयुक्त और समझदार बनें। इंसान जितना अधिक होशियार होता है उसमें उतना ही अधिक आत्मविश्वास होता है। आत्मविश्वास से भरपूर इंसान के सफल होने की उतनी ही अधिक संभावना होती है। आपकी बुद्धिमानी इस बात पर निर्भर करती है कि आप खुद को समय और माहौल के अनुसार कितनी जल्दी बदल पाते हैं। अब आपको इस को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं, क्योंकि हम जानते हैं कि हर युवा के अंदर यह योग्यता छिपी होती है। जरूरत होती है सिर्फ उन्हें प्रेरित करके ऐसे गुणों को उजागर करने की। इसीलिये चाहे कोई नौकरी पेशे से जुड़ा हो या अपना कारोबार कर रहा हो, हमने हर वर्ग के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर शोध किया। कामयाबी की राह में बाधा बनने वाले छोटी-छोटी बातों को रेखांकित किया है जिससे आपके अंदर छिपी हुई प्रतिभा को निखारा और संवारा जा सके। हमें विश्वास है कि इस पुस्तक में सुझाये गये सूत्रें को अपनाकर आप सफलता के शिखर पर पहुंच जाएंगे।