नाटक बच्चों की सबसे प्यारी और दोस्त विधा है जिसमें उनकी कल्पना-शक्ति और रचनात्मक ऊर्जा का भरपूर इस्तेमाल होता है। 'बच्चों को सीख देते अनोखे नाटक के ज्यादातर नाटक ऐसे ही हैं जिनमें बच्चे हैं, बच्चों के अपने कोमल रँगारंग सपने हैं, उनके छोटे-मोटे सुख-दुख और मुश्किलें हैं। यहाँ तक कि उनकी अजीबोगरीब शरारतों और कुछ ऐसी आदतों पर भी फोकस किया गया है जो उनके अच्छे गुणों को दबा देती है। लेकिन एक बार वे खुद को बदलने का निश्चय कर लेते हैं, तो इस कदर भीतर-बाहर से बदले हुए नजर आते है कि अपनी कल्पना और मेधा के सहारे वे एक नई दुनिया रच देना चाहते हैं। उम्मीद है, बच्चों के जाने-माने लेखक प्रकाश मनु द्वारा लिखे गए भावपूर्ण और अनोखे नाटकों का यह संग्रह अपनी नाटकीयता, खिलंदड़ेपन और जिंदादिली के कारण बच्चों का एक दोस्त संग्रह बनेगा। सभा-सोसाइटी या स्कूल के कार्यक्रमों में अपनी निराली कल्पना और नए-नए रंगों में रँगकर वे इसे अपने बालसुलभ अंदाज में खेल सकेंगे। लिहाजा बच्चों को ये कहीं अधिक प्रिय और अपने-अपने से लगेंगे। साहित्य अकादमी के पहले बाल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित प्रकाश मनु बच्चों के जाने-माने लेखक हैं। पच्चीस वर्षों तक बच्चों की लोकप्रिय पत्रिका 'नंदन' से जुड़े रहे प्रकाश मनु ने लीक से अलग हटकर कविता, कहानियां, उपन्यास, नाटक, महान युगनायकों की जीवनियां और दिलचस्प ज्ञान-विज्ञान साहित्य लिखकर हिंदी बाल साहित्य में बहुत कुछ नया और मूल्यवान जोड़ा है। साथ ही उन्होंने 'हिंदी बाल कविता का इतिहास लिखकर एक बड़ा और ऐतिहासिक काम किया है।