दोस्तों! यदि आपको जीवन में सफलता चाहिए, खुशियां चाहिए, खुशहाली और सम्मान चाहिए तो आपको सबसे पहले अपने व्यवहार को गौर से परखना होगा। मानवीय, सामाजिक और व्यापारिक दृष्टि से व्यवहार संबंधी जो नियम हैं, उनके अनुसार खुद को ढालना होगा। मुझे पूरा भरोसा है कि यदि आप इस पुस्तक में बताए गए व्यावहारिक नियमों को अपने जीवन में स्थान देंगे तो वास्तव में आप वह सब कुछ सहज ही प्राप्त कर लेंगे, जिसकी आप वर्षों से इच्छा करते रहे हैं, चाहे आपकी वह इच्छा व्यापार या नौकरी में सपफलता, व्यापार का विस्तार, नौकरी में उन्नति, मित्रों एवं परिचितों में सम्मान और अपनापन, परिवार में प्यार, एकसूत्राता और खुशियों की ही क्यों न हो। यह पुस्तक विशेष तौर पर व्यापार, स्वरोजगार, विक्रय अधिकारी, उद्यमी तथा नौकरीशुदा व्यक्ति के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाकर उसके जीवनस्तर को पहले से कहीं ज्यादा उन्नत एवं बेहतर बनाने की क्षमता रखती है।