भारत के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज भारतीय लोकतंत्र के प्रतीक बन गए हैं। ये उस मिसाल को चरितार्थ करते हैं कि मामूली घर में जन्मा कोई बच्चा नामुमकिन परिस्थितियों में भी अपनी तकदीर खुद लिख सकता है। आज वह दलितों, शोषितों और कमजोर वर्गों के ही नहीं बल्कि देश के हर नागरिक के लिए कामयाबी के सिद्धांतों की ऐसी मिसाल बन गए हैं, जिन्हें अपना कर कोई भी कामयाब हो सकता है । यह पुस्तक सिर्फ एक महान इंसान की जीवनी नहीं है, यह पुस्तक एक दस्तावेज है अपनी तकदीर को संवारने के संघर्ष में जीत की सुनिश्चित रणनीति का।
अनेक राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त और कई भाषाओं में प्रकाशित 32 बेस्ट सेलिंग पुस्तकों के लेखक अशोक कुमार शर्मा ने इस खोजपूर्ण पुस्तक में हमारे नए राष्ट्रपति के बारे में परत दर परत दुर्लभ, नयी, प्रामाणिक तथा अनोखी जानकारियों को बहुत कम समय में जुटा कर बेहद रोचक ढंग से प्रस्तुत किया है।