सपने देखना एक बात है और उसे सच कर दिखाना एक अलग बात। यह पुस्तक हर उस व्यक्ति के लिए है, जिसे नहीं पता कि उसकी सफलता की राह में सबसे बड़ी अड़चन वह खुद है। और वह खुद ही उन सभी चीज़ों का मालिक भी है, जो उसे कामयाब बनाने के लिए ज़रूरी हैं। यह पुस्तक हर उस व्यक्ति के लिए है, जिसने अपने आपको औसत मान लिया है और जो सपने भी कंजूसी से देखता है। जो तेज़ी से आगे बढ़ रही दुनिया में पिछड़ रहा है। जो चैंपियन बनना तो चाहता है, लेकिन जिसके पास कोई सही ‘कोच’ नहीं है। इस पुस्तक में दिए गए प्रैक्टिकल आइडियाज़ की मदद से आप जान पाएँगे कि आप क्या कर सकते हैं, आपकी वास्तविक क्षमताएँ क्या हैं, प्राथमिकताएँ क्या हैं तथा आप किस मिट्टी के बने हुए हैं। यह पुस्तक आपको उन रास्तों का चुनाव करने और उन पर आगे बढऩे में मदद करेगी, जो एक सफल व समृद्ध जीवन की ओर ले जाते हैं, जो आपको अपनी क्षमताओं का भरपूर दोहन करने का अवसर देते हैं। सही मायने में यह पुस्तक आपके चहुँमुखी विकास के उद्देश्य को सामने रखकर तैयार की गई एक मार्गदर्शिका है।