'अनुराधा प्रकाशन' साहित्य-अध्यात्म एवं जीवन मूल्यों को समर्पित संस्थान है। आपके बहुमूल्य सुझाव एवं प्रोत्साहन से हमारे संस्थान द्वारा प्रकाशित पाक्षिक पत्र 'उत्कर्ष मेल' (5 वर्षों से निरंतर प्रकाशित) तथा आध्यात्मिक मासिक पत्रिका 'ॐ श्री खाटू श्याम शरणम्' (13 वर्षों से निरंतर प्रकाशन) के साथ-साथ काव्य विधा के प्रतिष्ठित एवं नवोदित रचनाकारों के लिए एक मंच (काव्य सुगंध - साझा काव्य संग्रह) उपलब्ध कराया जहाँ वे जीवन मूल्यों को समर्पित रचनाएँ प्रस्तुत कर रहे हैं। लघुकथा-कहानी-संस्मरण-लेख विधा में रुचि रखने वाले साहित्यकारों के लिए 'सृजन सागर' साझा संग्रह प्रकाशन की भूमिका प्रारंभ हुई। 'काव्य सुगंध' साझा संग्रह का यह तीसरा भाग है। 'सृजन सागर' (लघुकथा-कहानी-संस्मरण विशेषांक) के भी भाग-1, भाग-2 प्रकाशित हो चुके हैं। यह आपकी सहभागिता एवं शुभकामनाओं का ही परिणाम है।
'काव्य सुगंध' साझा काव्य संग्रह के 'भाग-3' के प्रकाशन पर मैं 'सीता फिल्म्स' के स्वामी श्री राकेश डांग का तथा संकलन की संपादन सलाहकार एवं 'मानवता' वार्षिक कृति की सम्पादक श्रीमती कविता मल्होत्रा का आभार व्यक्त करता हूँ और भविष्य में भी आपका सहयोग एवं आशीर्वाद यूँ ही मिलता रहेगा, ऐसी आशा करता हूँ। 'काव्य सुगंध' (भाग-3) को जिन विशिष्ट विभूतियों की शुभकामना प्राप्त हुईं वे इस प्रकार हैं कवर फ्लैप पर प्रो. (डॉ.) अशोक चक्रधर, डॉ. राम प्रकाश शर्मा (सदस्य-हिन्दी सलाहकार समिति, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार), डॉ. अनिता कपूर (अमेरिका), जनाब अब्दुल वहाब सुखन (चर्चित कवि), मशहूर अभिनेता-शिक्षक-लेखक ललित पारिमू आदि ।
मैं हृदय की गहराई से आप सभी को नमन करता हूँ। आपने हमें प्रोत्साहित किया है, हमारे प्रयास को सराहा। आभार !