आप सभी को आंगल नववर्ष 2025 की हार्दिक बधाई ।
अनुराधा प्रकाशन द्वारा साहित्य एवं भाषा को समर्पित साझा संकलनों की श्रृंखला में दो नए संकलन निकालने पर सहमति बनी। नया संकलन नया नाम तब एक नई भूमिका की चर्चा हुई। इस पर संपादक मंडल की सहमति विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा हिन्दी जो हमारी संस्कृति पहचान और एकता का प्रतीक भी है। आज चहुँ और हिन्दी का बोलबाला है। वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना रही है। देशभक्ति की बात करें भारत के स्वतन्त्रता आन्दोलन की बात करें जिसमें हिन्दी भाषा ने अपनी अहम भूमिका निभाई है और सबको एक सूत्र में पिरोकर एकता का संदेश दिया। हिन्दी पत्रकारिता ने जनजागरण का काम किया वहीं आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मनाएं और उन आजादी के मतवाले - स्वतंत्रता सेनानियों को नमन/स्मरण न करें तब बात नहीं बनती ।