प्यारे बच्चो, जब मैं अपने दोहते, कुणाल को उसकी असाधारण उपलब्धि पर बधाई देने के लिए मिला तो उसने कहा, ‘नाना, अब मैं डान बोसको का वरिष्ठ विद्यार्थी हैं।’ उसके आत्मविश्वास और अपने आप पर भरोसे से हैरान मैंने सोचा कि उसकी आयु के बच्चों का विकास बहुत अच्छा हो सकता है। उन्हें अत्यधिक लाभ हो सकता है यदि वे साधना करें और प्रतिदिन कुछ ज्ञान की बातों का मनन करें। कुणाल जिसे मैं उसके शैशव से ही ‘शेर बेटा’ नाम से पुकारता हूँ उसके नवें जन्म दिन पर मैं, उच्च प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए उनके मनन के वास्ते कुछ विचार प्रस्तुत कर रहा हूँ। आप कई मित्रों संबंधियों और अन्य से आप रोज़ मिलते हैं इससे उनके साथ अन्तरंगता बढ़ती है। इसी प्रकार ‘आपकी अपने आप से दैनिक भेंट’ अपने आपको जानने का अवसर देगी। तुम अपने विचारों और रहन-सहन को जानोगे। इससे तुम अपने कार्यों के लिए उत्तरदायी बनना सौखोगे। तुम अपने गुणों और अवगुणों को जान पाओगे। इससे तुम शक्तिशाली व्यक्ति बनोगे और जीवन में उत्तरोत्तर सफलताएँ पाओगे। मित्र तुम पर ज्यादा भरोसा करेंगे। सभी तुम्हें चाहेंगे। प्रतिदिन के विचार में तुम्हें एक न एक मानव-मूल्य से परिचय मिलेगा, यथा-प्रेम, सत्य, शान्ति, अहिंसा, सद्व्यवहार, सौंदर्य और भलाई। यदि तुम उन्हें समझो और जीवन में उनपर आचरण करो तो तुम्हारा जीवन आनंदमय होगा। दिन का प्रारंभ अपने विचारों पर एक नजर डालने से करो फिर उस दिन के विचार को पढ़ो। जीवन में उसके महत्त्व पर विचार करो। उन महापुरुषों के गुणों की याद करो जिन्होंने उन विचारों का उपदेश दिया और जिन्होंने उन्हें अपने जीवन में उतारा। उस सगुण को अपने दैनिक जीवन में विचार, वाणी और कार्यों में चरितार्थ करो । याद रखो तुम्हारे सद्गुण तुम्हारी उच्चता और उन्नति के द्योतक हैं। इन विचारों से तुम ज्ञान की आभा के साथ बड़े होओगे। सोने से पहले श्वास पर एक नजर डालो। मैं समझता हूँ तुम इसके अभ्यास से लाभान्वित होगे। तुम्हारे विचारों का स्वागत है। प्रेम और स्नेह युक्त तुम्हारा प्रिय