यह पुस्तक देश में बढ़तेसांप्रदायिक तनाव और इसके पीछे छिपी राजनीतिक साजिशों के कुछ पहलुओं को सही तौर पर उजागर करने के उद्देश्य से लिखी गई है | इस पुस्तक की कहानी में अपनी राजनीतिक रोटियां सेकते राजनेता, सांप्रदायिकता की आग में झुलसती आम जनता और हिंदुओं की आस्था की प्रतीक ‘गाय माता' प्रमुख किरदार है | पिछले तीन-चार वर्षो में हमारे देश में घटी कुछ प्रमुख राजनीतिक और सांप्रदायिक घटनाओं को इस पुस्तक में काल्पनिक रूप से प्रस्तुत किया गया है | उम्मीद है कि यह पुस्तकबढ़ती हिंसा, तनाव और नफरत के कारणों को समझ कर हमें एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपना कर्तव्य निभाते हुए देश को इन बुराइयों से बचाने का एक सराहनीय प्रयास साबित होगी |