जन नायक शहीद गोकुल सिंह की जीवनी
विद्रोह के तत्कालीन कारण, मुर्शिद कुली खान तुर्कमान द्वारा कोहराम , जननायक गुकुल सिंह, नन्द राम ठेनुआ फौजदार बन गया , समर्थ गुरु रामदास का आगमन तथा उत्तरी भारत में क्रांति की लहर , रावत पाल का गोकुल सिंह को समर्थन तथा शहीद कान्हा रावत का बलिदान , सिरोहा की विजय तथा अब्दुन्न्बी खान का अंत , ब्रज वीरांगना भंवर कौर का बलिदान , सम्राट की बदले की कारगुजारी तथा सफशिकन खान मथुरा का फौजदार बनाया गया, औरंगजेब का मथुरा आगमन , हसन अली खान का जात गढ़ियों पर आक्रमण , तिलपत का संग्राम , बलिवेदी, माथुर वैश्य समाज का राष्ट्रिय योगदान, जननायक गोकुल सिंह का व्यक्तित्य्व, गोकुल सिंह इतिहास में उपेक्षित रह गए, गोकुल सिंह के बलिदान का परिणाम ,