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Dear Precious People,
I am so excited! It feels so good to be back after a break.
Guess what! Priyanka Auntys spring fever is highly contagious. I am infected and totally engulfed now. I thought before it gets tough for me to handle it, let me put it down in words. Hope you all enjoy this!
सुबह की पहली किरण
लेकर आई इक मुस्कान
देखो, वो कली मुस्कुराई
मिलने आया है उससे एक मेहमान
नन्हा सा चिड़िया का बच्चा
देख कली को यूँ चहचहाया
चलो खेलें मानो कहता हो
देखो ना बसंत है आया
ख़ुशी से देखो कली वो खिल आई
प्यारी सी अपनी खुशबू उसने चारों ओर है बिखराई
हवा भी इन्हे देख मस्ताने लगी
सौंधी सी मिटटी में मिल, झूला झुलाने लगी
तितली भी उड़ सखी संग
मौज मानाने लगी
व्यस्त से भँवरे को देख
उसे वो सताने चली
मौसम का जादू है कुछ ऐसा
हर कोई रंग जाये उसका ढंग ही वैसा
मुझ पर भी इसका असर आया
बेवजह मुस्कुरा रही हूँ
देखो बसंत आया!
This week’s What if challenge is by Ishaan Kaila: What if our eyes had magnification powers to see cells and electrons
Enjoy the edition and have a wonderful weekend ahead.
Love,