भारत में आजादी के बाद बाबरी मस्जिद विध्वंस सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है. इस घटना ने देश के राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था को झकझोर कर रख दिया. 6 दिसंबर, 1992 को हुए इस उन्मादी कृत्य को लगभग पच्चीस साल हो गए, लेकिन भारतीय राजनीति में आज भी सबसे महत्वपूर्ण और अनसुलझा मुद्दा बना हुआ है. जब-तब इसकी अनुगूंज सुनाई दे जाती है. हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने इस मामले से जुड़े 13 लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश का मुकदमा चलाने का आदेश दिया है इन्हीं सूत्रधारों के इर्द-गिर्द घूमती है यह विध्वंस कथा.