सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में समलैंगिक संबंधों को अपराध मानने वाली धारा 377 को गलत करार दे दिया है यानी समलैंगिक होना अब अपराध नहीं. यह फैसला देश के तमाम समलैंगिकों के लिए राहत लेकर आया. वे खुशी से झूम उठे. शहर के शहर इंद्रधनुषी झंडों से पट गए. उनके प्यार पर, उनके इश्क पर लगा पहरा हट गया. अब वे आजाद हैं. इस गजब इश्क में जो अजब रिस्क था, अब नहीं रह गया. क्या है इस इश्क की कथा-पटकथा और कैसे हैं किरदार... राष्ट्रीय हिंदी पत्रिका उदय सर्वोदय की आवरण कथा में है पूरी पड़ताल.