जिस देश में भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार बन गया हो, वहां कद और पद देखने की जहमत भला कौन उठाए! तभी तो ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी पर कौड़ियों के भाव बेशकीमती भूमि लेने का आरोप मढ़ा गया है, तो यादव सिंह जैसा नौकरशाह धनकुबेर बन जाता है। छगन भुजबल जैसा नेता करोड़ों की कमीशन खा कर डकार नहीं लेता है, तो आनंदी भी बेटी को ‘उपकृत’ कर धन्य होती हैं।