क्या बैंकों में हस्तान्तरण नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है बैंक अधिकारी को हर दो या तीन साल में स्थानान्तरित किया जाना आम बात होती है। विदित हो कि पीएनबी घोटाले में शामिल विशेष कर्मचारी के मामले में, स्थानान्तरण नीति का उल्लंघन किया गया था। कर्मचारी सात वर्षों तक अपने पद पर बने रहे, जिसके दौरान वह नीरव मोदी की कम्पनियों को ऋण प्रदान करने के लिए लेन-देन का प्रबंधन कर रहे थे। ...आखिर क्या कारण है कि आरबीआई, वित्त मंत्रालय, सीवीसी और अन्य लोग घोटाला होने के बाद ही क्यों जागते हैं हम सिस्टम की विफलता का विश्लेषण क्यों नहीं कर रहे हैं सरकार और इसकी नीतियों की भूमिका क्या है जो सिस्टम विफलताओं और घोटालों का कारण बनती है