बीजेपी सरकार के चार साल के कामकाज पर जब राहुल गांधी हिसाब मांगते हैं तो सरकार में चिंता साफ देखी जा सकती है। कांग्रेस अधिवेशन में उठाये गये उनके सवालों का जवाब देना बीजेपी के लिए बहुत ही मुश्किल पड़ रहा है। अक्सर देखा गया है कि राहुल गांधी के सवालों का जवाब देने के लिए कई-कई मंत्रियों को उतारा जाता है और मीडिया में बाकायदा अभियान चलाया जाता है लेकिन महंगाई, हर साल दो करोड़ नौकरियां, राफेल सौदा आदि ऐसे सवाल हैं जिन पर बीजेपी किंकर्तव्यविमूढ़ नजर आ रही है। इस सबके बावजूद भी यह तय है कि राहुल गांधी की कांग्रेस सत्ताधारी बीजेपी को राष्ट्रीय स्तर पर चुनौती नहीं दे सकती। इसका मतलब यह कतई नहीं है कि बीजेपी को 2019 में चुनौती नहीं मिलेगी।