समय पत्रिका में हम हर अंक में यह कोशिश करते हैं कि ख़ास किताबों की पाठकों को जानकारी दें। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए नवंबर अंक में भी बेहद ख़ास किताबों को जगह दी गई है जिनमें सहना विजयकुमार की कश्मीर पर लिखी किताब कशीर शामिल है। वहीं जॉर्जिया के कवि शोथा रुस्थावेली पर यात्रा बुक्स ने एक किताब प्रकाशित की है जिसका नाम है शेर की खाल वाला सामंत शूरवीर। रुस्थावेली बारहवीं व तेरहवीं सदी के जॉर्जियायी पुनर्जागरण में उभरे, जिस समय नव-अफलातूनी दर्शन जॉर्जिया में समकालीन ईरान की काव्यात्मक विरासत से सुपरिचित पेत्रित्सी के माध्यम से जॉर्जिया में दाखिल हुआ।
राजनेता रामविलास पासवान पर हिंदी में जीवनी प्रकाशित हुई है। इसमें उनके बचपन से लेकर राजनीतिक जीवन तक के ढेरों किस्से और घटनाएं पढ़ने को मिलेंगी। किताब का प्रकाशन पेंगुइन बुक्स ने किया है। रामविलास आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनकी किताब उनके पांच दशक के राजनीतिक सफर को हमारे सामने विस्तार से रखती है।
इस अंक में आप पढ़ेंगे गुलज़ार की नई किताब बोसकीयाना से एक अंश।
हम चर्चा करेंगे रामकुमार सिंह के नए उपन्यास सुपरस्टार की मौत के बारे में जो अपने पहले पन्ने से ही दिलचस्प हो जाता है।