नीव की लघु कहानियाँ


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मुझे पश्चात्ताप नहीं होगा - निष्पाप एक लेखक था, जिसे सत्य की रह चलना पसंद था। इला का ख्वाब - १ - इला की कहानी के पहले भाग में वह सत्येश्वर के लिए अपनी भावनाओं का सामना करती है। इला का ख्वाब - २ - पिछले अंक में आपने पढ़ा कि इला एक अनोखे युवक से मिलती है, जिसकी दुनिया इला से बहुत अलग है। अब आगे पढ़िये। दो सैनिकों की कहानी - अयप्पा पूरे जी जान से भाग रहा था। उसे प्रथम आना था। श्याम सुंदर उससे आगे था। अयप्पा ने अपना प्रयास तेज किया, जी जान लगाई और दोनों के बीच का अंतर कम होना शुरू हो गया। यह कहानी है दो सैनिकों के रिश्ते की। मच्छर पहलवान - चारु जब बीमार पड़ी, तो एक मच्छर ने उसे मलेरिया के बारे में समझाया। दीपक बिन दीवाली - कार्तिक मास की अमावस्या आज कुछ अधिक ही काली लग रही थी। यध्यपि सब उसे प्रकाशवान बनाने का प्रयत्न कर रहे थे लेकिन अँधेरा था कि वह और घना और डरावना होता जा रहा था। राजेश की सूझ-बूझ - राजेश आठवीं कक्षा में पढ़ने वाला, एक बड़े पुलिस अधिकारी का इकलौता बेटा था जिसे इन आतंकवादियों ने धोखे से बंदी बना लिया था। एक अदभुत सी यात्रा - हमारी लेखिका की बचपन की एक यात्रा की कहानी जिसमें उन्हें रात में डाकुओं से पाला पड़ा। विनम्र होकर ही आगे बढ़ सकते हैं - लन्दन में विशाल सभागार में नृत्य और गायन की अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता हो रही है। कई देशों के कलाकार अपने-अपने देश के नृत्य का प्रदर्शन कर रहे हैं। मेरी मौत भी यादगार होगी - मेरा जीवन मेरे लिए यादगार है, मेरी मौत भी यादगार होगी, यही कहा करता था वो गायें चराते हुए अपने दोस्तों से।