p28 दिसम्बर 1983 की ग्राम-राणापुर, जिला अरवल बिहार के मिट्टी में जन्म हुआ। गाँव के मिट्टी में ही खेलना-कुदना-सब हुआ। पाँचवी तक की पढ़ाई गाँव के सरकारी स्कूल में ही हुआ। छठी से 10वी तक की पढ़ाई के लिए 1 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता था। घर में माता-पिता, दो भाई, तीन बहन से भरा पड़ा सुंदर परिवार आज सब का घर संसार बस चुका है।brफूलों से कोई ईश्वर पूजता है मैं तो अक्षर से अक्सर अक्षर पूजता हूँ कोई मक्का गया, कोई काशी गया मैं इंसान हूँ इंसानों में ईश्वर ढूँढ़ता रह गया ।p